आज हम आपको इस पोस्ट में बताने वाले हैं। कि बिहार के शिक्षा मंत्री कौन है 2021 में । बिहार के शिक्षा मंत्री का पद गठन सन 1985 में हुआ है। जब शिक्षा से जुड़ी शिकायतें आने लगी बढ़ती आबादी और शिक्षा का महत्व को ध्यान में रखते हुए दिनांक 26 सितंबर 1985 को 174 वे संविधान संशोधन मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसर्च डेवलपमेंट द्वारा राज्य के शिक्षा मंत्री का पद गठन हुआ।
आप सब यह तो जानते होंगे कि शिक्षा मंत्री के पद की जरूरत क्यों पड़ती है। शिक्षा मंत्री के पद की जरूरत देश तथा जिलों में तब जरूरी होती है। जब शिक्षा को आगे की ओर ले जाया सके। और शिक्षा मंत्री कि ज्यादा से ज्यादा जरूरत तभी होती है जब शिक्षा के विषय में कोई भी कठिनाइयां आ रही हो तो शिक्षा मंत्री उन कठिनाइयों पर ध्यान पूर्वक उसका समाधान कर सके।
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विषय-सूची
वर्तमान बिहार के शिक्षा मंत्री कौन है –
बिहार के वर्तमान शिक्षा मंत्री का नाम विजय कुमार चौधरी है। उनका जन्म 8 जनवरी 19 57 बिहार के समस्तीपुर दल सिंघ सराय में हुआ था। इनके पिता का नाम जगदीश प्रसाद चौधरी था। जिन्होंने कांग्रेस के नेता के साथ ही स्वतंत्रता सेनानी थे। जो एक भारतीय एक अच्छे जिम्मेदार राजनेता है वह भी बिहार सरकार के अधीन शिक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त है।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी सन 1979 में पटना विश्वविद्यालय में इतिहास से m.a. किया फिर कुछ साल त्रिवेंद्रम में एसबीआई में पीओ के रूप में नौकरी की इसके बाद 1982 में उनके पिता का देहांत हो गया।
वही आज के समय में बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के बहुत ही करीबी नेताओं में से एक है। बिहार के शिक्षा मंत्री बनने से पूर्व बिहार सरकार के बहुत सारे मंत्रियों के कार्य कर चुके हैं विजय कुमार चौधरी बिहार के 25 शिक्षा मंत्री है।
- नाम – विजय कुमार चौधरी
- पिता का नाम– जगदीश प्रसाद चौधरी
- विधानसभा क्षेत्र – सरायरंजन
- जन्मतिथि – 8 जनवरी 1957
- शिक्षा – m.a. (हिस्ट्री)
बिहार के प्रथम शिक्षा मंत्री कौन थे –
बिहार के प्रथम शिक्षा मंत्री आचार्य बद्रीनाथ वर्मा थे। एक महान शिक्षाविदों में से एक थे। इसके अलावा यह प्राध्यापक, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी के साथ ही हिंदी साहित्यकार थे।
जिनका जन्म 1802 में हुआ। यह बिहार राज्य में पटना शहर के रहने वाले थे।इनके पिता का नाम कालीचरण वर्मा है इनकी मृत्यु 1972 कैंसर के कारण हुई थी। इसके बाद बिहार के शिक्षा मंत्री का पद सत्येंद्र नारायण सिन्हा जो कि कांग्रेस पार्टी हुए से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने शिक्षा मंत्री पद की शपथ 18 फरवरी 1961 को ग्रहण किया इसके बाद इनका कार्यकाल 5 मार्च 1967 तक था।
कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा (2017-2020) –
कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा बिहार के 24 शिक्षा मंत्री है। यह एक भारतीय राजनेता है। जो बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा बिहार के शिक्षा मंत्री का पद कार्यालय ग्रहण 19 जुलाई 2017 को हुआ था। तथा इसका शिक्षा मंत्री का कार्यालय 2017 से 2020 तक था। साल 2020 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में जहानाबाद से पराजित हो गए।
अशोक चौधरी (2015 से 2017)-
अशोक चौधरी बिहार के 23 वे शिक्षा मंत्री थे। यहां 2014 से 2020 तक बिहार के लेजिसलेटिव कैंसिल के कार्यकर्ता थे। पहले वह कांग्रेस पार्टी सदस्य थे। उन्होंने 2000 से 2018 तक कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे उसके बाद पार्टी छोड़ दी।
अब यह (JDU) जनता दल यूनाइटेड के राजनेता है। इससे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा थे कार्यालय 2017 से शुरू हुआ था और 2020 में पूरा हुआ।मेवात लाल चौधरी के बाद अशोक चौधरी बिहार के मुख्यमंत्री बने थे।
अशोक चौधरी को बिहार सरकार और राज्यपाल की सलाह से उसको बिहार के शिक्षा मंत्री का कार्यभार दिया गया। अशोक चौधरी 2014 से 2020 बिहार लेजिसलेटिव कैंसिल के मेंबर थे। साल 2000 से 2018 तक कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे उसके बाद पार्टी को छोड़ दिया और”JDU”जनता यूनाइटेड में आ गए।
शिक्षा मंत्री के अंतर्गत आने वाले प्रमुख कार्य –
जैसा कि हमें मालूम है कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रमुख कार्य राज्य के हर एक नागरिक शिक्षित होना चाहिए आइए राज्य के शिक्षा मंत्री के अंतर्गत का कार्य क्या है इसके बारे में हम आपको आगे बताएंगे।
प्राथमिक शिक्षा
- उच्च माध्यमिक शिक्षा
- माध्यमिक शिक्षा
- उच्च शिक्षा
- सार्वजनिक शिक्षा
- शोध एवं प्रशिक्षण
- योजना निदेशालय
- मध्यान भोजन
निष्कर्ष –
तो आप सब इस पोस्ट में जान गए होंगे कि बिहार के शिक्षा मंत्री कौन है ।तथा साथ ही साथ बिहार के प्रथम शिक्षा मंत्री व बिहार के शिक्षा मंत्री के कार्यकाल भी जान गए होंगे। आशा करती हूं कि आपको आपके सारे सवाल के जवाब मिल गए होंगे। आपको यह पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।
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