दोस्तो आपने मूवीज तो बहुत देखी होगी जो आजकल सभी देखते है लेकिन क्या आप जानते हो कि भारत की सबसे पहली बोलती फिल्म कौन सी थी और उसके निर्देशक कौन थे और ये भारत की सबसे पहली कहा रिलीज हुई थी तो इसे जानने के लिय इस पोस्ट को पूरा पड़े।
विषय-सूची
- 1 भारत में सर्वप्रथम बोलती हुई फिल्म कौन सी थी ? bharat ki pehli bolti film kaun si thi
- 2 आलम आरा फिल्म के मुख्य कलाकार कौन कौन थे?
- 3 हिंदी फिल्म आलम आरा के गाने ?
- 4 हिंदी फिल्म आलम आरा में कितने गाने थे ?
- 5 आलम आरा के हीरो पृथ्वीराज कपूर कौन थे ?
- 6 आलम आरा फिल्म पूरे भारत में इतनी प्रसिद्ध क्यों थी?
- 7 अंत में आलम आरा फिल्म की जानकारी हिंदी में
भारत में सर्वप्रथम बोलती हुई फिल्म कौन सी थी ? bharat ki pehli bolti film kaun si thi
भारत की सर्वप्रथम बोलती फिल्म आलमआरा थी जो 1931 में बनी इस फिल्म के निर्देशक अर्देशिर ईरानी है ईरानी ने सिनेमा में ध्वनि के महत्व को समझते हुये, आलमआरा को और कई समकालीन सवाक फिल्मों से पहले पूरा किया। आलम आरा का प्रथम प्रदर्शन मुंबई के मैजेस्टिक सिनेमा में 14 मार्च 1931 को हुआ था।
यह पहली भारतीय लोगों में इतनी लोकप्रिय हुई कि “पुलिस को भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए सहायता बुलानी पड़ी थी आलमआरा एक राजकुमार और बंजारन लड़की की प्रेम कथा है। जैसा कि आपको पता है की यह भारत की पहली बोलती फ़िल्म थी।
जिसने मूक फ़िल्मों के दौर का समापन किया। दादा साहब फाल्के की फ़िल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ के 18 वर्ष बाद आने वाली फ़िल्म ‘आलम आरा’ ने हिट फ़िल्मों के लिए एक मापदंड स्थापित किया, क्योंकि यह भारतीय सिनेमा में इस संदर्भ में पहला क़दम था।
आलम आरा फिल्म के मुख्य कलाकार कौन कौन थे?
इस फिल्म में मुख्य कलाकार मास्टर विट्ठल, जुबैदा, पृथ्वीराज कपूर थे यह मुबई में रिलीज हुई थी । तथा इस फिल्म के लेखक जोसेफ डेविड और मुंशी जहीर (उर्दू) थे संगीतकार फ़िरोज़शाह मिस्त्री,बहराम ईरानी थे ।
इस फिल्म का गीत “दे दे खुदा के नाम पर” जो भारतीय सिनेमा का भी पहला गीत था और इसे अभिनेता वज़ीर मोहम्मद खान ने गाया था, जिन्होने फिल्म में एक फकीर का चरित्र निभाया था, बहुत प्रसिद्ध हुआ।
हिंदी फिल्म आलम आरा के गाने ?
उस समय भारतीय फिल्मों में पार्श्व गायन शुरु नहीं हुआ था, इसलिए इस गीत को हारमोनियम और तबले के संगीत की संगत के साथ सजीव रिकॉर्ड किया गया था और आपको बता दूं कि फिल्म का छायांकन टनर एकल-प्रणाली कैमरे द्वारा किया गया था जो ध्वनि को सीधे फिल्म पर दर्ज करते थे।
क्योंकि उस समय साउंडप्रूफ स्टूडियो उपलब्ध नहीं थे इसलिए दिन के शोरशराबे से बचने के लिए इसकी शूटिंग ज्यादातर रात में की गयी थी। शूटिंग के समय माइक्रोफ़ोन को अभिनेताओं के पास छिपा कर रखा जाता था।
हिंदी फिल्म आलम आरा में कितने गाने थे ?
इस फिल्म में 8 गाने थे ये फिल्म मुंबई के मेजेस्टिक सिनेमा में रिलीज़ हुई थी. उस दौर में सिनेमाघरों में जाकर फिल्में देखना बहुत सामान्य बात नहीं थी लेकिन इस फिल्म को देखने के लिए इतनी पब्लिक इकट्ठा हो गई थी कि पुलिस को आकर भीड़ को कंट्रोल करना पड़ा था. ये फिल्म सिनेमाघरों में 8 हफ्तों तक टिकी रही थी।
आलम आरा के हीरो पृथ्वीराज कपूर कौन थे ?
भारत में थियेटर के जनक कहलाने वाले पृथ्वीराज कपूर, आलम आरा में काम करने से पहले 9 फिल्मों में काम कर चुके थे आपको बता दूं कि पृथ्वीराज कपूर रणबीर कपूर के परदादा थे ।
आलम आरा फिल्म पूरे भारत में इतनी प्रसिद्ध क्यों थी?
ये फिल्म एक पारसी प्ले पर आधारित थी इसे जोसेफ डेविड ने लिखा था. इसके अलावा ये कुछ हद तक 1929 में आई अमेरिकन मोशन पिक्चर ‘शोबोट’ से भी प्रभावित थी.इस फिल्म में कुल 78 एक्टर्स थे जिन्होंने पहली बार फिल्म के लिए अपनी आवाज़ को रिकॉर्ड कराया था को काफी हिट साबित हुई
जैसा की आपको पता होगा की मार्च 14, 2011 यानि आलम आरा की 80वीं सालगिरह पर गूगल ने इस फिल्म के लिए एक खास डूडल डेडिकेट किया था. इसके चार सालों बाद एक कैलेंडर को भी रिलीज किया गया था जिसमें देश की कई मायनों में पहली फिल्मों की तस्वीरें शामिल थी. इस लिस्ट में आलम आरा का नाम भी शामिल था ।
जैसा कि आपको पहले बता भी दिया है की भारत की पहली मूक फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ 1913 में आई।
इसके 18 साल बाद जब पहली बोलती फिल्म ‘आलमआरा’ सिनेमाघरों में पहुंची होगी, तो उस जमाने में कैसा कौतूहल रहा होगा, नई पीढ़ी शायद ही इसकी कल्पना कर पाए। जिन्होंने वह जमाना देखा है, बताते हैं कि इस फिल्म ने पूरे देश में भूचाल-सा पैदा कर दिया था।
अंत में आलम आरा फिल्म की जानकारी हिंदी में
आलमआरा’ फारसी और अरबी जुबान के दो लफ्जों की जुगलबंदी है। इसका मतलब है- दुनिया को संवारने वाला। वाकई यह फिल्म बनाकर आर्देशिर ईरानी ने सिनेमा की दुनिया संवार दी। फिल्म में नायिका का नाम आलमआरा है।
कहानी पुराने जमाने के शाह आदिल सुलतान के शाही खानदान की है। यह किरदार एलिजर ने अदा किया, जबकि जिल्लोबाई और सुशीला उनकी दो बेगमों के किरदार में थीं यह फिल्म 124 मिनट की थी । जो भारत की सबसे पहली हिट फिल्म मानी जाती है।
उम्मीद है इस पोस्ट में आपको जानकारी मिल गई होगी कि भारत की सबसे पहली बोलती फिल्म कौन सी थी और भारत की सबसे पहली बोलती कब रिलीज़ हुवी थी भारत की सबसे पहली बोलती फिल्म का नाम क्या है इन सभी की जानकारी आपको इस पोस्ट में विस्तार के साथ मिलेगी अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे जरूर सोशल मीडिया पर शेयर करें
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