Moral Stories in hindi नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है हमारे हिंदी ब्लॉग मे जिसका नाम है himachal josh और आज इस पोस्ट पे मैं आपके लिए लेकर आया हूँ
कुछ चुनिंदा और बेहतरीन top 10 moral stories in hindi जिनसे आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और आपको एक अच्छी शिक्षा प्राप्त होगी। इन Short moral stories in hindi कहानियों मे कुछ न कुछ ऐसी नैतिक शिक्षा है जो शायद आपके असली जीवन मे कुछ बदलाव लाएगी । Akbar birbal stories in hindi
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विषय-सूची
- 1 Top 10 Moral Stories in hindi – Life Changing Moral story in hindi
- 2 Moral Story In Hindi # 1. तीन बकरियां
- 3 Moral of the story
- 4 Moral Story In Hindi #2. बिल्ली और बंदर – cat and monkey story
- 5 Moral of the story
- 6 Moral Story In Hindi #3. नकलची मेंढक – Frog Story
- 7 Moral of the story –
- 8 Moral Story In Hindi #4. बेवकूफ तोता
- 9 Moral of The story –
- 10 Moral Story In Hindi #5. लालची बईमान बत्तख
- 11 मोरल ऑफ द स्टोरी –
- 12 Moral Story In Hindi #6. सोने के अंडे देने वाली मुर्गी Moral story in hindi
- 13 मोरल ऑफ द स्टोरी –
- 14 Moral Story In Hindi #7. चींटी और टिड्डा
- 15 मोरल ऑफ द स्टोरी –
- 16 Moral Story In Hindi #8. भेड़ और भेड़िया
- 17 Moral of the story –
- 18 Moral Story In Hindi #9. बदसूरती
- 19 Moral of the story
- 20 10. भेड़ और भेड़िया Moral story in hindi
- 21 Moral of the story –
Top 10 Moral Stories in hindi – Life Changing Moral story in hindi
इन सुंदर new moral stories in hindi को शुरू करने से पहले मैं आपसे एक गुजारिश करना चाहूँगा अगर आपको यह प्यारी short stories with moral पसंद आए तो आप इन बेहतरीन कहानियों को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ share करें
क्या पता आपके एक share से किसी की ज़िंदगी इन moral kahaniyon से कुछ बदलाव आए और आप किसी के ज़िंदगी के सुधार के प्रेरक बन जाए। तो बिना आपका समय लिए शुरू करते हैं इन प्यारी moral stories in hindi को
Moral Story In Hindi # 1. तीन बकरियां
एक समय की बात है एक बकरी थी वह अपने गांव में बहुत खुशी से रहती थे वह बहुत ही मिलनसार थी उसकी बहुत सारी सहेलियां थी उसकी किसी के साथ दुश्मनी नहीं थी
वह हर किसी से बात कर लेती थी और हर किसी को अपना दोस्त मान लेती थी। एक दिन बकरी बीमार पड़ गई और अब वह अपना पूरा पूरा दिन घर पर ही बिताने लगी ।
बकरी ने अपने लिए खाना पहले से ही जमा करके रखा था अब वह भी खत्म होता जा रहा था एक दिन उसकी कुछ बकरियां सहेलियां उसका हालचाल पूछने आई तब यह बकरी बड़ी खुशी हुई और उसने सोचा कि अपनी सहेलियों से वह कुछ दिनों के लिए
और खाना मंगवा लेगी लेकिन वह सारी बकरियां उसका घास देखकर उसके घास को खाने लगे यह देखकर उस बकरी को बहुत बुरा लगा और समझ में आ गया कि उसने अपने जीवन में क्या गलती की उसने सोचा कि काश मैंने हर किसी को अपनी जिंदगी का हिस्सा ना दिया होता काश उन्हें थोड़ा परख लिया होता
Moral of the story
हमें अपनी जिंदगी में दोस्त बड़े ही सोच समझकर और पढ़कर बनाने चाहिए
Moral Story In Hindi #2. बिल्ली और बंदर – cat and monkey story
एक जगल मे 2 बिल्लियाँ रहती थी वह आपस में मेल में रहती थी उन्हें जो कुछ मिलता था वह आपस में बैठकर खाया करती थी एक दिन उन्हें एक रोटी मिली उसे बराबर बराबर बांटते समय उनमें झगड़ा हो गया
एक कहती थी तुम्हारी रोटी का टुकड़ा बड़ा है दूसरी कहती मेरी रोटी का टुकड़ा बड़ा नहीं है । जब वापस में बटवारा नहीं कर सकी तो बंदर के पास के उन्होंने बंदर को अपना सरपंच बनाया
बंदर ने एक तराजू मंगाया और रोटी के टुकड़े 1-1 पलड़े में रख दिए ,जिस रोटी का भाग थोड़ा सा छोटा हो गया उससे थोड़ी रोटी खा लेता था इस प्रकार दोनों से थोड़ी थोड़ी रोटी खाकर बार-बार खाने लगा ।
रोटी के दोनों भाग बंदर ने खा लिए तो थोड़ी सी रोटी बची तो बिल्लियों ने बंदर से कहा कि अब आप कष्ट ना करें हम लोग आपस में ही बटवारा कर लेंगे
बंदर बोला मैंने इतना परिश्रम किया है मुझे भी तो कुछ मजदूरी चाहिए यह कहकर दोनों बच्चे टुकड़े उसने मुंह में भर लिया और बिल्लियों को डरा कर भाग गया दोनों बिल्लियाँ बहुत पछताई और कहने लगी आपस की फूट बहुत बुरी है
Moral of the story
अगर हम आपस में फूट डालेंगे तो कोई तीसरा बीच में आकर हमारा फायदा लेकर चला जाएगा
Moral Story In Hindi #3. नकलची मेंढक – Frog Story
एक तालाब में बहुत सारे मेंढक रहते थे उनमें से एक मेंढक बहुत शरारती था वह जिसे देखकर वह वैसा ही बनने की कोशिश करता उसने एक दिन एक बैल को तालाब में पानी पीते देखा
और सोचने लगा कि यह बहुत बड़ा और ताकतवर है मैं भी ऐसा ही बनूंगा । मोटा होने के लिए मेंढक ने जोर-जोर से अपने अंदर हवा भरने शुरू कर दी और गुबारे की तरह फूल गया ।
उसने अपने मित्रों से पूछा कि क्या मैं बैल जैसा लग रहा हूं ? मित्र बोले नहीं अभी थोड़ी हवा और भरो अपने अंदर उसने फिर हवा भारी फिर मित्रों से पूछा कि वह जैसा बड़ा हुआ
कि नहीं वह बोले अभी थोड़ी और भरो अबकी बार पहले से बहुत अधिक भूल गया था उसने फिर से अपने अंदर हवा भरने शुरू कर दी थोड़ी ही देर में उसका पेट गुब्बारे की तरह फट गया और वही मर गया
Moral of the story –
हमें कभी भी दूसरों की तरह बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए
Moral Story In Hindi #4. बेवकूफ तोता
एक व्यापारी के पास एक बहुत ही प्यारा तोता था जो भी कुछ देखता और सुनता उसे वह याद रखता था, व्यापारी की एक नौकरानी थी जिसका नाम माला तथा माला ने एक दिन कीमती थाली चुराई.और तोते ने देख लिया , व्यापारी घर आता है और उस नौकरानी से पूछता है
कि थाली गायब है क्या तुमने कहीं देखी ? जी नहीं मालिक मैंने नहीं देखी लेकिन तोते ने माला को चुराते हुए देखा था और कहने लगा मैंने माला को थाली चुराते हुए देखा है लेकिन वह कहने लागि कि मैंने थाली नहीं चुराई तोता झूठ बोल रहा है मैं यह साबित कर सकती हूं ।
अगले दिन माला ने तोते की सर के ऊपर थाली बजाई और पानी के छींटे लगाए और तोते ने सोचा कि बारिश हो रही है जब व्यापारी घर आया तो उसने पूछा कि आज तुमने क्या क्या देखा तो तोता कहने लगा कि मालिक आज बारिश थी
जिसकी वजह से मैं कुछ नहीं देख पाया लेकिन व्यापारी कहने लगा आज तो बारिश थी ही नहीं ? इस तरह से माला ने व्यापारी और तोते को बेवकूफ बना दिया और व्यापारी ने तोते को घर से बाहर निकाल दिया
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Moral of The story –
जल्दबाजी में कोई भी निर्णय मत लीजिए
Moral Story In Hindi #5. लालची बईमान बत्तख
एक बार नदी के किनारे एक लालची बत्तख रहा करता था वह बहुत ही लालची था और बहुत ही आलसी था वह नदी के किनारे जाता और वहां मछलियों को खा जाता लेकिन अब वह बूढ़ा होता जा रहा था
और उसमें इतनी शक्ति नहीं थी कि वह नदी में जाकर मछलियों का शिकार करके अपना भोजन बना सके तो उसने एक तरकीब सोची, वह नदी के पास गया और वहां उसने एक केंकड़े को बुलाया और उससे कहा कि मैंने गांव वालों को बात करते सुना है
और वह कह रहे हैं कि इस तालाब को बहुत ही जल्दी उखाड़ देंगे और यहां पर जमीन बनाएंगे तो अच्छा होगा कि तुम सभी यहां से चले जाओ और कहीं और अपना घर बनाओ
लेकिन केकड़ा बत्तख से पूछता है कि हम जाएं कैसे तो वह कहता है कि मैं आपकी मदद करूंगा मैं आपको उड़ा कर वहां ले जाऊंगा आप मेरी पीठ पर बैठ जाना ।
वह यह बात सभी अपने तालाब के साथियों को बताता है और सब राजी हो जाते हैं केकड़ा रोज अपनी पीठ पर कुछ मछलियों को ले जाता और अपने घोसले में जाकर उन्हें खा जाता ऐसे ही करते उसे बहुत दिन हुए अब केकड़े की बारी थी ।
केंकड़ा भी उसकी पीठ पर बैठ गया और उसे लेकर उड़ गया बहुत देर हुई तो केकड़े ने पूछा कि मेरे बाकी दोस्त कहां है अब कितनी दूर है तो वह कहता है
कि मैं मूर्ख थोड़ी ना हूं जो तुम्हारे दोस्तों को किसी और जगह ले जाऊंगा मैं उन्हें अपना खाना बनाता था।यह बात सुनकर तेरे को गुस्सा आया और उसने को काट लिया और बत्तख की जमीन पर गिरने से उसकी मौत हो गई
मोरल ऑफ द स्टोरी –
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें जिंदगी में कभी भी आलसी नहीं बनना चाहिए और कभी किसी से झूठ बोलकर धोखा नहीं देना चाहिए
Moral Story In Hindi #6. सोने के अंडे देने वाली मुर्गी Moral story in hindi
एक गांव में एक किसान रहता था वह बेचारा बहुत ही गरीब था एक दिन वह किसी पेड़ के नीचे बैठकर विश्राम कर रहा था उसके दिन बहुत मुश्किल से कट रहे थे 1 दिन किसान के दोस्त ने उसे एक मुर्गी थी
वह मुर्गी रोज एक सोने का अंडा देने लगी किसान रोज एक सोने का यंदा भेजता और खूब पैसे कमाता था देखते ही देखते किसान एक अमीर आदमी बन गया गांव के सभी लोग किसान को आदर से देखने लगे और किसान लालची होता जा रहा था
एक दिन किसान ने सोचा कि यह मुर्गी अगर एक दिन में एक सोने का अंडा देती है तो उसके पेट में तो कितने सारे अंडे होंगे अगर वह सारे अंडे उसे एक ही दिन में मिल जाए तो वह मुर्गी के पेट को काट देता है और देखता है कि मुर्गी के पेट में एक भी अंडा नहीं है और मुर्गी भी मर गई बेचारा किसान
मोरल ऑफ द स्टोरी –
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि लालच बुरी बात है
Moral Story In Hindi #7. चींटी और टिड्डा
एक बार एक जंगल में एक चींटी और एक टिड्डा था गर्मियों के दिनों में टिड्डा बहुत ही खुश और नाच रहा था वहां से एक चींटी गुजर रही थी खाना लेकर टिड्डे ने कहा कि तुम खाना कहां लेकर जा रही हो तो चींटी ने कहा कि मैं बरसात के मौसम के लिए खाना इकट्ठा कर रही हूं तो टिड्डा कहता है कि अभी बरसात बहुत दूर है ।
कुछ समय बाद बरसात आ गई और टिड्डे के पास खाने के लिए कुछ नहीं था वह चींटी के पास गया वह बहुत ही भूखा था चीटी ने उसे अपने पास बुलाया और उसे खाना दिया और कहा कि जब मैंने तुम्हें कहा था
कि बरसात के मौसम के लिए खाना इकट्ठा कर लो तो तुमने कहा था अभी बहुत समय है अगर तुमने तभी खाना इकट्ठा कर लिया होता तो आज यह नोबत नहीं आती
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मोरल ऑफ द स्टोरी –
अपने काम को हमेशा समय से पहले करें वरना आपको पछताना पड़ सकता है
Moral Story In Hindi #8. भेड़ और भेड़िया
एक बार एक लड़का भेड़े चलाया करता था वह हमेशा अपनी बहनों को जंगल में चराने के लिए ले जाता था वह पूरा दिन जंगल में होता था इसलिए उसका मन घर नहीं लगता था एक दिन उसे मजाक करने की सूझी और वह जोर जोर से चिल्लाने लगा ।
बचाओ बचाओ भेड़िया आया भेड़िया आया आसपास के खेत में किसान काम कर रहे थे जब उन्होंने ऐसा सुना तो उन्होंने अपना काम छोड़कर लड़के की ओर भागे जब वह लड़के के पास पहुंचे तो वहाँ सिर्फ भेड़े ही थी जब उन्होंने लड़के से पूछा कहां है भेड़िया तो लड़के ने कहा मैं तो मजाक कर रहा था कोई भेड़िया नहीं आया जाओ आप लोग अपना काम करो !
लोगों ने उस लड़के को खूब डांटा इसके बाद लड़के ने कई बार इस तरह का मजाक किया और आसपास के लोगों को परेशान किया कुछ समय बाद एक दिन सचमुच भेड़िया वह जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया
और चिल्लाने लगा बचाओ बचाओ भेड़िया आया पर इस बार लोगों ने सोचा कि लड़का झूठ बोल रहा है भेड़िए ने उसकी भेड़ों को मार दिया । यह देखकर लड़के को अपनी गलती का एहसास हुआ उसने सोचा कि कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए
Moral of the story –
कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए
Moral Story In Hindi #9. बदसूरती
एक जंगल में अन्य सभी वृक्ष तो सुंदर व सीधे खड़े हुए थे लेकिन एक वृक्ष ऐसा था जो पूरी तरह से टेढ़ा था और उसकी शाखाएं भी टेढ़ी थी । इसलिए वह कुबड़ा वृक्ष कहलाता था ।
टेढ़ा होने के कारण राहगीर भए उसकी छाया के नीचे नहे में बैठते थे और ना ही पक्षी उस पर घोंसला बनाते थे जबकि अन्य वृक्षों का सभी उपयोग करते थे
अपने प्रति लोगों का ऐसा व्यवहार देखकर कुबड़े वृक्ष को दुख होता था व अन्य वृक्षों को देखकर सोचा करता मेरे भाई बंधु कितने सुंदर हैं काश में भी ऐसा ही होता है ईश्वर ने मेरे साथ पक्षपात किया है ।
एक दिन उसी जंगल में एक लकड़हारा आया टेढ़ी वृक्ष को देखकर वह मन ही मन बोला यह पेड़ तो मेरे लिए बेकार है लकड़हारे ने सुंदर व तने हुए पक्षों को ही पसंद किया और देखते-देखते उन्हें काट कर जमीन पर डाल दिया ।
यह देखकर उस पेड़ की आंखें खुल गई वह सोचने लगा कि अच्छा ही हुआ जो ईश्वर ने मुझे ऐसा नहीं बनाया यदि मैं भी इनकी तरह सुंदर और सीधा होता आज मेरा भी जीवन समाप्त हो जाता ।
ईश्वर से क्षमा याचना करते हुए कहने लगा हे ईश्वर मैंने आप के विषय में ना जाने क्या क्या उल्टा सीधा कह दिया आप मुझ को क्षमा करें आप जो कुछ करते हैं अच्छा ही करते हैं आपके किये मे ही सबका हित है आप सबके भले बुरे को जानते हैं
Moral of the story
ईश्वर जो कुछ भी करता है अच्छा ही करता है उसकी करनी में खोट निकालना ठीक नहीं यह ठीक है कि कुबड़ा वृक्ष अपनी बदसूरती पर ना खुश था लेकिन जब उसने सीधे सुंदर वृक्षों का हश्र देखा तो अपनी बदसूरती ही उसे खूबसूरती लगने लगे याद रखें ईश्वर की संरचना सुंदर केवल सुंदर ही होती है
10. भेड़ और भेड़िया Moral story in hindi
एक बार एक लड़का भेड़े चलाया करता था वह हमेशा अपनी बहनों को जंगल में चराने के लिए ले जाता था वह पूरा दिन जंगल में होता था इसलिए उसका मन घर नहीं लगता था एक दिन उसे मजाक करने की सूझी और वह जोर जोर से चिल्लाने लगा ।
बचाओ बचाओ भेड़िया आया भेड़िया आया आसपास के खेत में किसान काम कर रहे थे जब उन्होंने ऐसा सुना तो उन्होंने अपना काम छोड़कर लड़के की ओर भागे जब वह लड़के के पास पहुंचे तो वहाँ सिर्फ भेड़े ही थी
जब उन्होंने लड़के से पूछा कहां है भेड़िया तो लड़के ने कहा मैं तो मजाक कर रहा था कोई भेड़िया नहीं आया जाओ आप लोग अपना काम करो !
लोगों ने उस लड़के को खूब डांटा इसके बाद लड़के ने कई बार इस तरह का मजाक किया और आसपास के लोगों को परेशान किया कुछ समय बाद एक दिन सचमुच भेड़िया वह जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ गया और चिल्लाने लगा
बचाओ बचाओ भेड़िया आया पर इस बार लोगों ने सोचा कि लड़का झूठ बोल रहा है भेड़िए ने उसकी भेड़ों को मार दिया । यह देखकर लड़के को अपनी गलती का एहसास हुआ उसने सोचा कि कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए
Moral of the story –
कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए
तो प्यारे दोस्तों आपको ये top 10 moral stories in hindi in 2022 कैसी लगी आप अपनी राय कमेन्ट मे जरूर दें तथा इन best moral stories in hindi को ज्यादा से ज्यादा share करें टाकि हमारी वेबसाइट पर ज्यादा से ज्यादा लोग कहानियाँ पढ़ने पहुंचे और ताकी उन्हे इन top stories in hindi से कुछ सीखने को मिले।
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