क्या आप जानते है ओलम्पिक खेल क्या है ? दोस्तो आज हम बात करेंगे दुनिया का सबसे प्रसिद्ध खेल ओलम्पिक के बारे में, जिसमे हर व्यक्ति भाग लेना चाहता है लेकिन इस खेल में भाग लेना इतना आसान नहीं होता है तो इस पोस्ट में आपको ओलम्पिक खेल के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में।
विषय-सूची
- 1 ओलंपिक खेल क्या है ? What is Olympic Games in Hindi
- 2 ओलंपिक खेलों का उद्देश्य क्या होता है ? olympic khel ka uddeshya kya hai
- 3 ओलंपिक खेलों में कौन से पदक दिए जाते है ?
- 4 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल
- 5 ओलंपिक खेलों में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी कौन है?
- 6 ओलंपिक समिति की पहली सद्स्य कौन है?
- 7 भारत ने ओलंपिक खेलों में कब भाग लिया ?
- 8 ओलंपिक खेलों का ध्वज कैसा होता है ?
ओलंपिक खेल क्या है ? What is Olympic Games in Hindi
ओलंपिक खेल दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता है। इस अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में लगभग हर देश वैश्विक रूप से अपनी हिस्सेदारी पेश करता है। ओलंपिक के आयोजन में हजारों खिलाडी अनैकों प्रकार की प्रतियोगितायों (खेलों) में भाग लेते हैं।
यह प्रतियोगितायें ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन प्रारूपों के अलावा यूथ ओलंपिक (जिसमे 14 से 18 साल के युवा भाग लेते हैं।) और पैरालंपिक (जिसमे दिव्यांग-जन या विकलांग-जन प्रतियोगी भाग लेते हैं।) के प्रारूपों में भी खेली जाती हैं।
1928 के अम्सडर्मन ओलम्पिक में भारत ने हॉकी खेल में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता था। प्राचीन ओलंपिक खेल यूनान की ओलंपिक शहर में 776 ईसा पूर्व में प्रारंभ हुआ था पहली बार यह खेल ग्रीक देवता जूस के सम्मान में खेला गया था यह खेल तब से 4 वर्षों में एक बार 394 इसवी तक खेले गए थे फिर रोम के राजा थियोडोसियस के आदेश के कारण इन खेलों का आयोजन बंद कर दिया गया था।
ओलंपिक खेलों का उद्देश्य क्या होता है ? olympic khel ka uddeshya kya hai
सन 1897 में फादर डीडेन द्वारा रचित सीटीएस ,अल्टियस ,फोर्टियस लेटिन में ओलंपिक के उद्देश्य है जिसका अर्थ है तेज, ऊंचा, बलवान इसको ओलंपिक के उद्देश्य के रूप में पहली बार 1920 में एंटवर्प (बेल्जियम) ओलंपिक खेलों में प्रस्तुत किया गया था ।
ओलंपिक खेलों में कौन से पदक दिए जाते है ?
ओलंपिक खेलों में विजेताओं को तीन प्रकार के पदक दिए जाते हैं ।
- स्वर्ण पदक
- रजत पदक
- कांस्य पदक
स्वर्ण पदक 60 मिमी वृत्त में एक मिनी मोटा होता है यह 92.5 प्रतिशत रजत और 6 ग्राम सोने का होता है रजत पदक 60 वृत्त में एवं 3 मिमी मोटाई वाला होता है यह 92.5 प्रतिशत रजत का बना होता है कांस्य पदक पूरी तरह से कांस्य का बना होता है रजत एवं कांस्य पदक प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान में आने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है।
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (Summer olympic) खेलों की बात करें तो इन खेलों का आयोजन गर्मियों में किया जाता है। इसके अलावा सबसे पहले आधुनिक ओलंपिक प्रारूप के तौर पर इन्ही खेलों शुरुआत हुई थी।
इनकी शुरुआत 1896 एथेंस, यूनान (ग्रीस) में की गई थी जोकि आज तक 4 बर्ष के अंतराल के तौर पर ‘अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति’ के द्वारा दुनिया भर में आयोजित किये जाते है।
ओलंपिक खेलों में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी कौन है?
ओलंपिक खेलों में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी महाराष्ट्र के दादासाहब जाधव पहले इंडियन ओलिंपियन थे दादासाहब अपना यह मेडल पहली बार में नहीं जीता था बल्कि यह उन्होंने दूसरी बार में जीता था। यह सन 1952 में देश देश के लिय्वे पहला ब्रॉन्ज मेडल कुश्ती में जीता था ।
भारत के ओलंपिक खेलों के इतिहास की बात करें तो भारत ने सबसे पहले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के दूसरे ही चरण में वर्ष 1900 पेरिस (फ्रांस) ओलंपिक में हिस्सा लिया था। जिसमे कोलकाता के ब्रिटिश-भारतीय खिलाडी नॉर्मन गिलबर्ट प्रिटचार्ड (Norman Gilbert Pritchard) ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए।
200 मीटर और 200 मीटर बाधा दौड़ में 2 रजत पदक (Silver medal) जीते थे। आधुनिक ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का प्रारंभ फ्रांस के बैरोन पियरे डी कोबार्टिक के प्रयासों से हुआ था ।
ओलंपिक समिति की पहली सद्स्य कौन है?
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की पहली भारतीय महिला सदस्य नीता अंबानी है IOC ने 4 अगस्त सन 2016 को 129 सत्र 52 वर्षीय अंबानी को इसका सदस्य के रूप में चुना वह भारत से IOC की वर्तमान में एकमात्र सक्रिय सदस्य है वह 70 वर्ष की उम्र तक इससे जुड़ी रहेगी ।
भारत ने ओलंपिक खेलों में कब भाग लिया ?
भारत ने वर्ष 1900 के पेरिस ओलम्पिक प्रतियोगिता में भाग लिया था, तब नॉर्मन पिट्चर्ड ने भारत की तरफ से दौड़ प्रतियोगिता में भाग लिया था और 2 रजत पदक जीते थे। आपको बता दू की
2012 के लन्दन ओलंपिक में भारत ने 2 रजत और 4 कांस्य पदक अपने नाम किये थे। विजय कुमार ने शूटिंग में और सुशील कुमार ने कुश्ती में रजत पदक जीता था।
योगेश्वर दत्त ने कुश्ती में और गगन नारंग ने शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। मेरीकॉम ने बॉक्सिंग और साइना नेहवाल ने बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता था।
ओलंपिक खेलों का ध्वज कैसा होता है ?
ओलंपिक खेलों के ध्वज का पृष्ठभूमि सफेद है यह सिल्क के बने ध्वज के माध्यम से ओलंपिक प्रतीक के रूप में पांच रंगीन चक्र एक दूसरे से मिले हुए दर्शाए गए हैं जो विश्व के 5 महाद्वीप के प्रतिनिधित्व करने के साथ ही निष्पक्ष एवं मुक्त स्पर्धा का प्रतीक माना जाता है।
- नीला चक्र – यूरोप
- पीला चक्र – एशिया
- काला चक्र – अफ्रीका
- काला चक्र – ऑस्ट्रेलिया
- लाल चक्र – उतरी दक्षिण अमेरिका
के लिया दर्शाए गए हैं बैरोन पियरे डे कबर्टिन के सुझाव पर 1913 में ओलंपिक ध्वज का सृजन हुआ था जून 1914 में इसका उद्घाटन पेरिस में हुआ था तथा इस ध्वज को सर्वप्रथम 1920 ईस्वी के एंटबर्फ ओलंपिक में फहराया गया था ।
2016 के रियो ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और भारत ने केवल 2 पदक जीते। बैडमिंटन में पीवी सिंधू ने रजत पदक जीता और साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर भारत को पदक तालिका में स्थान दिलाया।
बर्लिन ओलंपिक के स्टार रहे अमरीका के अश्वेत खिलाड़ी जेसी ओवंस ओवंस ने चार स्वर्ण पदक जीते. उन्होंने 100 मीटर, 200 मीटर, लंबी कूद में स्वर्ण जीता और 4 गुणा 100 मीटर रिले दौड़ में भी वे अमरीकी टीम में शामिल थे जिसने गोल्ड जीता था।
उम्मीद है इस पोस्ट में आपको जानकारी मिल गई होगी कि ओलंपिक खेल क्या है और ओलंपिक खेल का उद्देश्य क्या है ओलंपिक खेल का इतिहास और ओलंपिक खेल के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में इन सभी की जानकारी आपको इस पोस्ट में विस्तार के साथ मिलेगी अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे जरूर सोशल मीडिया पर शेयर करें ।
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