क्या आपको मालूम है कि भारत का सबसे लंबा समुद्र तट कौन सा है और यह क्यों दुनिया भर में प्रसिद्ध है? तो चलिए आपको आज इसके संबंधित जानकारी देते हैं जो आपके आने वाले पेपरों में संबंधित लाभदायक रहेगी।
भारत का सबसे लंबा समुंद्री तट का क्या नाम? है
भारत का सबसे बड़ा समुद्र तट मरीना बीच है जो दक्षिण भारत के चेन्नई महानगर के बीच है ये बीच विश्व के सबसे लम्बे तट (बीच) में से एक माना जाता है ये भारत के बंगाल की खाड़ी के साथ चेन्नई, तमिलनाडु के तट 13 किमी. रेतीली नदी दक्षिण के वाइस नगर से उत्तर में फोर्ट सेंट जॉर्ज तक फैैला हुआ हैै
यह समुद्र तट की औसत चौड़ाई से 300 मी. (980 फीट) जबकि पश्चमि चौड़ाई 437 मी. (1,434) फीट है तक है मरीना बीच सूर्यास्त के समय बहुत ही आकर्षक दिखाई देता है। यह देश के उन सबसे भीड़भाड़ वाले समुद्र तटों में आते है जहां सप्ताह में 3,000 और छुट्टियों के दिनों लगभग 50.000 यहा गुमने आते है
मरीना बीच पर मनोरजन के साधन
यहाँँ कलाकृतियाँ, दस्तकारी, खाद पदार्थों की बिक्री, बच्चों के खेल का मैदान विशेष आकर्षण का केन्द्र रहता है। इसके अलवा यहा पर तमिल संस्कृति, विद्वान,और देशभक्त से जुड़े स्वामी शिवानंद, सर थॉमस मुनरो, प्रथम बैरोनेट , सुब्रमण्य भरथियार, रॉवर्ट कैल्डवेल, मारुदुर गोपालन रामचन्द्रन, शिवाजी गणेशन आदि मूर्तियाँ स्तिथ है।
चेन्नई जिसके बीच मरीना बीच है यह भारतीय राज्य तमिलनाडु की राजधानी है बंगाल की खाड़ी से कोरोमंडल तट पर स्थित यह दक्षिण भारत के सबसे बड़े सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षिक केंद्रों में से एक है
मरीना बीच में एमजीआर (MGR) समाधि अपने ऐतिहासिक स्थलों और इमारतों, लंबी रेतीले समुद्र तट, सांस्कृतिक और कला केन्द्रों और पार्कों के साथ, चेन्नई का पर्यटन आगंतुकों को कई मनोरम स्थान प्रदान करता है।
मरीना बीच का गठन किसने किया था?
मरीना बीच का गठन 1880 में गर्वनर माउंटस्टाट एल्फिंस्टन ग्रांट डफ द्वारा चेन्नई में मरीना बीच का गठन किया गया जिसे विश्व की सबसे सुंदर जगह में से एक माना जाता है ये दुनिया भर में इतना प्रसिद्ध है की इसे देखने के लिए विदेशी भी यहा पर्याप्त मात्रा में आते है
क्या आपको पता है की तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री , जयललिता और अन्य नेता रामचंद्रन और अन्नादुरै, तीनों का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर किया गया है जैसे की आपको पता होगा की मरीना बीच उत्तर में फ़ोर्ट सेंट जॉर्ज से शुरू होता है ये दक्षिण में फ़ोरशोर एस्टेट तक जाता है
मरीना बीच का इतिहास क्या है ?
ये क़रीब छह किलोमीटर में फैला है, जो इसे देश का सबसे लंबा कुदरती शहरी बीच बनाता आपको बता दू की इस जगह को ऐतिहासिक माना जाता है साल 1884 में यहां प्रोमेनेड बना 1909 में यहां देश का पहला एक्वेरियम बना था ।
जैसा कि आपको मालूम होगा की यहा पर आज़ादी के बाद ट्रायंफ़ ऑफ़ लेबर और गांधी की ‘दांडी यात्रा वाली प्रतिमा भी लगाई गई और 1968 में पहली वर्ल्ड तमिल कॉन्फ़्रेंस के समय तमिल साहित्य के कई दिग्गजों की प्रतिमाओं को यहां जगह दी गई थी।
आपको बता दे की यह साल 1970 में अन्नादुरै का मेमोरियल बनाया गया था और 1988 में एमजीआर का स्मारक बना जो काफी प्रसिद्ध है।चेन्नई के लिए मरीना बीच पर्यटकों के पसंदीदा स्थलों में से एक है. यहां लोग मेमोरियल और प्रतिमाएं, मॉर्निंग वॉक, जॉगर्स ट्रैक, लवर्स स्पॉट, एक्वेरियम देखने पहुंचते हैं जो लोगो को बहुत आकर्षित लगता है ।
पर्यटकों की सुविधा के लिए मेरीना बीच पर एक स्वीमिंग पूल है जो दुर्घटनाओं को घटने से रोकता है क्योंकि यहाँ समुद्र की गहराई और लहरों का तेज प्रवाह खतरनाक है शार्क मछलियों की अधिकता भी है,
मरीना बीच क्या होता है ?
इसी के पास एक मछलीघर भी है, जिसमें तरह-तरह की देशी-विदेशी मछलियाँ दर्शनार्थ रखी गई हैं। मरीना तट का उत्तरी भाग पूर्व मुख्यमंत्री अन्नादुरै के समाधि-स्थल के रूप में विकसित किया गया है यहाँ लोगों को श्रद्धानवत होते देखा जा सकता है साथ ही एम.जी.आर. स्मारक भी है जिसका प्रवेश द्वार दो विशाल हाथी दाँत के रूप में बनाया गया हैऔर आपको बता दूं कि यहाँ एक मशाल हमेशा प्रज्वलित रहती है।
इसकी जनसंख्या 40 हजार से 43 लाख है और जैसा की आपको पता होगा कि अभी हाल में ही तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि का अंतिम संस्कार भी मरीना बीच पर ही किया जाएगा ।
मरीना बीच (चेन्नई शहर) के तीनों मार्गों से विस्तृत रुप से जुड़ा हुआ है चेन्नई का अन्ना इंटरनेशनल हवाई अड्डा सबसे नजदीकी और सुविधाजनक है यहाँ से ट्रेक्शी के द्वारा 45 मीनट में मरीना तट पहुँचा जा सकता है इसके अलावा यहा रेलवे स्ट्रेशन चेपक, थिरुनल्लिकेनी और लाइटहाउस है।
हम उम्मीद करते हैं कि इस से समंधित जानकारी आपको प्राप्त हो गई होगी जो ये artical आपको किसी भी आने वाली परीक्षा में उपयोगी रहेगा ।
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